हरिशंकर शर्मा कानपुर। शास्त्री नगर स्थित रामलाल गोपाल मंदिर में हो रही श्रीमद् भागवत कथा के पांचवें दिन गोवर्धन चरित्र श्री कृष्णा बाल लीला नलकोबल का उद्धार व कंस वध के बारे में कथा वाचक श्रीकांत त्रिपाठी शास्त्री जी ने बताया। उन्होंने कथा में बताया कि परमात्मा का निवास सभी प्राणियों में है। भगवान ने पूजा के बहाने पहाड़, पत्थर ,पेड़ सभी को बनाया जिसमें ईश्वर का ही वास है उनकी अवहेलना हमें कभी नहीं करना चाहिए। सनातन धर्म सभी प्राणियों का सम्मान करता है और इन सभी में ईश्वर का ही अंश है इसलिए हमें हमेशा इनको वंदना करनी चाहिए तथा उनको सम्मान देना चाहिए। मंदिर के महंत 108 श्री बलराम दास जी ने बताया की भगवान श्री कृष्णा जी ने जो गीता में उपदेश दिए हैं यदि उसका जीवन में अनुसरण किया जाए तो मनुष्य का जीवन धन्य हो सकता है और वह मोक्ष को प्राप्त हो सकता है। उन्होंने कहा कि जब तक परमात्मा से जीव की आशक्ति नहीं होगी तब तक उसे मोक्ष मिल पाना संभव नहीं है। इस अवसर पर क्षेत्र के पार्षद विनोद गुप्ता ने कथा वाचक पंडित श्रीकांत त्रिपाठी शास्त्री व महाराज बलराम दास जी का फूल माला पहनकर उनका स्वागत किया और कहा कि सनातन धर्म का सबसे बड़ा प्रमाण श्रीमद् भागवत गीता ही है जिसे हम सभी को अनुसरण करना चाहिए। इस अवसर पर पूर्व न्यायाधीश एवं अध्यक्ष उपभोक्ता फोरम डॉ आर एन सिंह, पं0 सोमदत्त द्विवेदी,पंडित अरुण द्विवेदी पंडित गोपाल त्रिपाठी समर सिंह इंजीनियर एसके दीक्षित देवी दयाल अवस्थी कोतवाल समेत तमाम भक्तगण मौजूद रहे।