नीरज बहल कानपुर। जीएसवीएम मेडिकल कालेज उत्तर प्रदेश का पहला काले है जिसने एमबीबीएस छात्रो का ई-हेल्थ कार्ड की मदद से अब एमबीबीएस छात्र संबधित जांच हर छह माह में करा सकेंगे।
एमबीबीएस छात्रों का हेल्थ कार्ड बनाने वाला प्रदेश में पहला मेडिकल कॉलेज बना जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, प्रधानाचार्य डॉक्टर संजय काला ने एमबीबीएस छात्रों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए स्वास्थ्य कमेटी का गठन किया जिसकी अध्यक्ष उप प्रधानाचार्य डॉक्टर रिचा गिरी एवं सदस्य समस्त विभागाध्यक्ष, हॉस्टल वार्डन ,प्रभारी कैंपस हैं, व नोडल डॉक्टर सीमा द्विवेदी है। सोमवार को पैरा- 2 के ढाई सौ एमबीबीएस छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण 7 क्लीनिकल विभागों द्वारा किया गया जिसमें नाक कान गला एवं नेत्र रोग, मेडिसिन ,सर्जरी ,प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग व मनोविज्ञान विभाग से 70 जूनियर डॉक्टर एवं 20 संकाय सदस्यों ने स्वास्थ्य परीक्षण में भाग लिया। डॉक्टर महेंद्र सिंह डॉक्टर धनंजय चौधरी डॉक्टर संतोष वर्मा डॉक्टर पाविका लाल डॉक्टर यामिनी डॉक्टर मनोज आदि सम्मिलित थे। स्वास्थ्य परीक्षण में 32 विद्यार्थियों के आंखों की रोशनी कम पाई गई और पांच विद्यार्थियों का ब्लड प्रेशर काफी बड़ा हुआ था तथा 26 छात्राओं में पीसीओएस की समस्याएं पाई गई व दो छात्रों की वित्त की थैली में पथरी थी, सिर्फ एक छात्रा में खून की कमी पाई गई ज्यादातर छात्र अपने मेडिकल कॉलेज में चयन से प्रसन्न थे केवल तीन छात्र मानसिक अवसाद से पीड़ित थे जिसका उनका पहले से इलाज चल रहा था। समस्त छात्रों का मेडिकल कॉलेज द्वारा निशुल्क रक्त परीक्षण भी कराया गया।
इस प्रकार यह प्रदेश में मेडिकल छात्रों का ई- हेल्थ कार्ड बनाने वाला एवं उस सूचना का डिजिटल संकलन करने वाला जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रदेश का पहला मेडिकल कॉलेज बना है। प्रधानाचार्य डॉक्टर संजय काला ने समस्त विभागों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री मोदी एवं योगी के समग्र समाज को स्वस्थ बनाने की अवधारणा को मूर्त रूप देने के लिए इसे एक सराहनीय पहल बताया।