21 करोड की लागत से चमकेगा मानसिक रोग विभाग 18 जनपदो के मरीजो को मिलेगा इलाज का फायदा पैरामेडिकल स्टॉफ के साथ केटामिन क्लिनिक भी की जाएगी प्रारम्भ

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नीरज बहल
कानपुर। आजकल की भागदौड , प्रतिस्पर्धा एवं सोशल नेटवर्किंग के युग में लोगो की मनोदशा पर बहुत ही प्रतिकूल असर पड रहा है। इस समस्या में तनाव, अवसाद, चिंता व अनिद्रा समेत बहुत ही समास्याएं बढ रही है। इन समस्याओं के निराकरण और बेहतर इलाज देने के लिए अब मानसिक रोग विभाग का स्वरूप बदलने जा रहा है। जिसके लिए सरकार से 21 करोड रूपये प्रस्तावित भी हो गए है और डेढ़ माह से काम भी चल रहा है। इस बारे में अधिक जानकारी देने के लिए एक प्रेसवार्ता का आयोजन प्राचार्य के पीसीआर रूम में मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डा0 धनंज्जय चौधरी द्वार्रा आयोजित की गई। पत्रकारो को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि “मेंटल हेल्थ सर्वे” की रिपोर्ट के अनुसार 35 से 44 वर्ष के वयस्को में मानसिक रोगो का प्रतिशत वर्ष 2019 में जहां 31 प्रतिशत था तो वही वर्ष 2023 में बढ़ कर अब यह 45 प्रतिशत तक हो गया है। डा0 धनंनज्जय चौधरी ने बताया कि कानपुर नगर उत्तर प्रदेश का सबसे बडा महानगर है जहां आस पास के लगभग 18 जनदो से लोग अपना इलाज करवाने यहां पर आते है। मानसिक रोग विभाग में संसाधन की कमी होने के कारण मरीजो को ज्यादा सुविधा नही मिल पा रही थी जिसको लेकर कालेज प्राचार्य प्रो0 डा0 संजय काला के अथक प्रयास से 21 करोड रूपये शासन द्वारा मानसिक रोग विभाग के लिए स्वीकृत कर दिया गया जिसमें 30 बेडो का वार्ड व पैरामेडिकल स्टॉफ मिलेगा इसके साथ ही पहले दो सीनियर रेजीडंट थे जिनकी संख्या सरकार ने बढ़ा कर अब 6 कर दी है। इन सभी सुविधाओ और मैन पावर से अब मानसिक रोग विभाग में आने वाले मरीजो को बेहतर इलाज और सुविधाएं मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि इस स्वतंत्रता के 75 वर्षाे में ऐसा पहली बार है कि 21.17 करोड रूपये की लागत से मानसिक रोग विभाग का विस्तारीकरण एवं नशा मुक्ति वार्ड का निर्माण भी किया जाएगा। इसके साथ ही इस बिल्डिंग में बेसमेंट के साथ ही जी प्लस -3 भवन का प्रस्ताव है जिसे कार्यदायी संस्था (C&DS) के द्वारा दो वर्षाे में पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस भवन में 10-10 बेडो का महिला पुरूष वार्ड व 10 बेडो का नशा मुक्ति वार्ड बनाया जाएगा। इस दौरान उनके साथ मानसिक रोग विभाग के मेडिकल अफसर डा0 ब्रजेश कुमार, व जेआर डा0 आरसी सोढ़ी रही।

भवन में यह होगी सुविधाएं
मानसिक रोग विभागाध्यक्ष डा0 धनंज्जय चौधरी ने बताया कि भवन निर्माण होने के बाद विभाग में स्टूडेंट्स चेम्बर, इमरजेंसी रूम, ईसीटी रूम, आरटीएमएस रूम, ऑक्यूपेशनल थेरेपी रूम, रेक्रीएशन थेरेपी रूम इत्यादी का निर्माण होगा। इसके साथ ही बाल एवं किशोरावस्था, वृद्वाावस्था, नशामुक्ति, सेक्स से सम्बंधित एवं केटामिन क्लिनिक भी प्रारम्भ किए जाएगें।

नशा मुक्ति और युवाओ की करेंगे कांउसिलिंग
मानसिक रोग विभागध्यक्ष डा0 घनंज्जय चौधरी ने बताया कि नशा मुक्ति के लिए एक अलग से 10 बेडो का निर्माण कराया जाएगा जिससे उनको दवा और कांउसिलिंग के माध्यम से ठीेक किया जा सके। इसके साथ ही बच्चो में वीडियो गेम को लेकर होने वाली मानसिक समस्याओ के निदान के लिए भी काउंलर रखा जाएगा ताकि उनको तनाव व अवसद ग्रस्त होने से बचाया जा सके। वही युवाओ में हर्मोंश के बढ़ने के साथ ही उनमें किसी बात को लेकर तनाव बहुत जल्द आता है और वह कोई भी सही फैसला लेने में असमर्थ हो जाते है जिससे वह अवसाद और तनाव में आकर कोई गलत कदम उठा लेते है यहां तक की मौत को भी चुन लेते है। उसके लिए उनकी कांउसिलिंग का होना बहुत जरूरी है साथ ही जागरूक होने से तनाव से बचा भी जा सकता है।


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