आध्यात्मिक वैचारिक जन जागरण यात्रा 82 वीं दिवसीय तीसरे पड़ाव में दिया गया संदेश

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संवाददाता हिमांशु मिश्रा सरसौल/कानपुर। 82 वीं दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक वैचारिक जनजागरण यात्रा ने अपना तीसरा पड़ाव आज सरसौल में आगमन हुआ।

सत्संग समारोह में जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूज्य पंकज जी महाराज ने अपने प्रवचन में कहा सन्तों महात्माओं के सत्संग में किसी की निन्दा, आलोचना नहीं की जाती यहाँ तो भगवान कि भक्ति के प्रति प्रेम भाव उत्पन्न किया जाता है। इस कलयुग में पिछले युगों की अपेक्षा मानव की आयु घटकर 100 वर्ष ही रह गई। प्राण अन्न में चला आया तथा मन की चंचलता बहुत बढ़ गई इसलिये पिछले युगों की साधनायें इस समय सम्भव नहीं हैं। प्रभु ने बहुत दया करके अपने सतदेश से संतों को भेजा और उन्होंने आकर सुरत-शब्द योग (नाम-योग) साधना का रास्ता जारी किया है जिसे ग्रहस्त आश्रम में रहकर आसानी से किया जा सकता है।हमारे मानव शरीर में दोनों आंखों के मध्य भाग से प्रभु के पास जाने का रास्ता है जिसका भेद संत महात्मा जानते हैं।सतयुग त्रेता द्वापर बीता काहू न जानी शब्द की रीता कलयुग में स्वामी दया बिचारी प्रगट करके शब्द पुकारी* पंक्तियों कोे उद्धृत करते हुये उन्होंने कहा कि सारी आत्मायें आकाशवाणी देववाणी पर उतार कर लाई गईं। अब यहाँ आकर आत्मा का सम्बन्ध शब्द से टूट गया। अब उसे बोध नहीं रहा कि हम कहाँ से आये और मृत्यु के बाद लोग कहाँ जा रहे हैं। जब प्रभु की प्राप्ति करने वाले महापुरुष मिलेंगे तब इसका बोध होगा और आत्म कल्याण भी हो जायेगा। यही मानव जीवन पाने का सबसे बड़ा लक्ष्य है।महाराज जी ने यह भी कहा कि वर्तमान में युवाओं के अन्धकार मय भविष्य को लेकर भी बड़ी चिन्ता जताई और बताया कि ये युवा पीढ़ी देश का भविष्य हैं, देश की धरोहर हैं, इनको डिग्री के साथ अच्छे संस्कार की भी आवश्यकता है, इसी के अभाव में घर बट गया,खेती बट गई, जड़-जमीन बट गई, और कहां तक कहूं यहां तक कि मां-बाप भी बट गये।कहते हैं कि दस दिन तुम खिलाओ और दस दिन बाद हमारे पास छोड़ देना। संस्कार पड़ेंगे महात्माओं के सत्संग व उनके सत वचनों से। आप बच्चों को भी सत्संग में लायें। उनको शाकाहारी बनाओ, उनको सदाचारी बनाओ। तभी संस्कार जाग्रत होगा। तभी आपका और देश का नाम रोशन करेंगे।हम सभी समाजसेवियों, धार्मिक लोगों, बुद्धिजीवियों से अपील करते हैं कि लोगों को शाकहारी-सदाचारी बनायें तथा शराब जैसे दुर्व्यसन से मुक्त करके अच्छे समाज के निर्माण में सहयोग करें। जय गुरुदेव संस्था से जुड़े लोगों यह बातें आम जनमानस तक पहुंचने के लिए कहा गया जिस समाज और राष्ट्र का विकास हो सके जनजागरण सतसंग प्रेमियों कि लगभग 11हजार कि सांख्य में लोगों ने मंत्र मुग्ध होकर सत्संग का ज्ञान लिया।इस अवसर पर संगत कानपुर के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र पाल सिंह, महासचिव राम प्रताप यादव,उपाध्यक्ष सुरेन्द्र यादव, सरसौल ब्लाक अध्यक्ष मुन्नू सिंह,सुखराज सिंह चौहान, देवनाथ पाल, भूस्वामी जितेन्द्र सिंह ‘गुड्डू भैया’, कपिलदेव यादव, शशिपाल सिंह, मेवालाल पाल, बृजलाल यादव, रमाकांत त्रिपाठी, आदि सहित जय गुरुदेव संस्था के पदाधिकारीगण कार्यक्रम में उपस्थित रहे।


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