संदीप प्रजापति अमौली/फतेहपुर
सरकार ने शिक्षा को लेकर भले ही कई प्रकार की सुविधाओं को संजो कर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए शुरुआती सत्र में ही किताबें मुहैया करा देती है।और प्रत्येक बच्चों को समय से ही किताबें वितरित कर कोर्स पूरा कर अच्छी पढाई के लिए निपुण बनाने में सार्थक कर बच्चों का सपना सार्थक करना चाह रही है।लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण बच्चों को वितरित की गयी सरकारी किताबें कबाड़ में ही बेच दी गयी।
आप को बता दे की एक ऐसा ही वाकिया सामने आया है। जो अमौली विकास खण्ड के मदरी गांव के नजदीक पेट्रोल पम्प के सामने एक कबाड़ की दुकान में रविवार को सरकारी स्कूल की किताबे कबाड़ की दुकान में पड़ी मिली।इसमें विभागीय की उदासीनता कहे या लापरवाही जो किताबे आज बच्चों के हाँथ में होनी चाहिए वो कबाड़ की दुकान में पहुँच गयी है। विभागीय अफसर सरकार की मंशा में पानी फेर रहे।
इस बावत जब क्षेत्रीय खण्ड शिक्षा अधिकारी कुंवर कमल सिंह से बात करना चाही गयी तो कई बार फोन मिलाने पर भी उनका फोन नही उठा।