ब्यूरो रिपोर्ट नव हिन्दुस्तान पत्रिका
कानपुर : भाई-बहन के अटूट प्रेम के प्रतीक पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन का पर्व श्रावण मास की पूर्णिमा 31अगस्त 2023 दिन बृहस्पतिवार को उदय व्यापिनी पूर्णिमा में मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 30 अगस्त को रात्रि 10:20 से प्रारम्भ हो रही है तथा यह 31अगस्त 2023 को प्रातःकाल 08:15 तक रहेगी। इसके साथ ही 30अगस्त को पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ के साथ भद्रा नक्षत्र की शुरुआत हो जाएगी जो 30 अगस्त को रात्रि 09:15 तक रहेगी भद्रा का समय रक्षाबंधन के लिए निषिद्ध माना जाता है। आचार्य निर्मल शास्त्री ने यह भी बताया कि समस्त हिन्दू ग्रंथ के अनुसार भद्रा नक्षत्र समाप्त होने के पश्चात रक्षाबंधन पर्व करने की सलाह देते हैं, इसलिए भद्रा के समय रक्षाबंधन पर्व नहीं मनाया जाता हैl क्योंकि रात्रि में रक्षाबंधन मनाने का कोई शास्त्रों में विधान नहीं है। इसलिए 31 अगस्त को उदया पूर्णिमा में ही रक्षाबंधन पर्व मनाया जायेगा l आचार्य पं. निर्मल शास्त्री जी ने यह भी बताया कि उदयातिथि की मान्यता सूर्यास्त तक रहती है इसलिए पूरे दिन रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा क्योंकि जिस तिथि से सूर्योदय होता है वह तिथि पर्व त्यौहार दिनभर मनाया जाता हैl केवल कुछ कार्य ऐसे होते हैं, जिनमें कर्मकाल व्यापिनी तिथि की मान्यता प्राप्त हैl रक्षाबंधन के पर्व त्यौहार में ऐसी कोई बाध्यता नहीं हैl इसलिए बड़े ही आनंद पूर्वक दिनांक 31 अगस्त दिन बृहस्पतिवार को प्रेम स्नेह पूर्वक अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधकर मिठाई खिलाकर रक्षाबंधन का त्यौहार करना श्रेयस्कर होगा।