हरिशंकर शर्मा
कानपुर। जटिल और जोखिम भरा नाक ,कान, गला से सम्बधित कई ऐसे चिकित्स है जिन्होंने कुछ ऐसे जटिल आपरेशनो को किया होगा,लेकिन हैलट अस्पताल के नाक कान गला विभाग के डा0 निशांत सौरभ सक्सेना का जटिल आर खतरनाक आपरेशन करने में कोई जोड नही है। हैलट जैसे अस्पताल में ऐसे डाक्टर का होना किसी देवदूत से कम नही है। उन्होंने एक ऐसा जटिल और रिस्की आपरेशन किया जिसमें युवक के कान के ठीक बगल में चाकू घुसा हुआ था जोकि करीब 5 इंच अन्दर था। इस आपरेशन को डा0 निशांत सौरभ और उनकी टीम ने सफल आपरेशन कर मरीज की जान ही बचाई बल्कि उसको अपंग होने से भी बचा लिया।
प्राचार्य डा0 संजय काला के साथ एम प्रेसवार्ता के दौरा डा निशांत सौरभ सक्सेना ने बताया कि निवासी अक़बरपुर दिनेश चौहान (36) पुत्र भीखम सिंह हैलेट अस्पताल की इमरजेन्सी में आया। इमरजेंसी में युवक की हालत देख उसे फौरन ही ईएनटी विभाग के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ निशांत सौरभ सक्सेना एवं उनकी टीम के पास भेजा जहां उन्होंने और उनकी टीम ने ने मरीज़ को देखा। मरीज़ के कान के आगे चाकू नुमा धारदार हथियार फंसा हुआ था। मरीज़ का सीटी स्कैन करा कर देखा गया तो हथियार कान की अंदरूनी हड्डी में दिमाग़ के पास फंसा हुआ था। मरीज़ की गम्भीरता को देखते हुए तत्काल मरीज़ को ऑपरेशन थियेटर ले जा कर जटिल सर्जरी द्वारा हथियार को निकाल कर मरीज़ की जान बचायी गई। इस मोके पर विभागाध्यक्ष डॉ एस के कनौजिया, डॉ हरेंद्र गौतम, डॉ अमृता श्रीवास्तव, डॉ विवेक एवं डॉ मनोज उपस्थित रहे और ऑपरेशन में सहयोग किया। प्राचार्य डा0 संजय काला ने इस आपरेशन के लिए डा0 निशांत सौरभ सक्सेना और उनकी टीम को बधाई दी।