उन्नाव।मनी ट्रेडिंग घोटाले में पहले से ही दर्जनों लोगों की जमा पूंजी डुबोने वाले अरबाज उर्फ काशान केस में अब एक नया मोड़ सामने आया है। अब उसी अरबाज की चाची रूबी पत्नी इकबालुद्दीन ने गंजमुरादाबाद कस्बे के 12 लोगों पर 79 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इन लोगों ने मुनाफे का लालच देकर पहले पैसे लिए और फिर जब रकम वापस मांगी तो धमकी और मारपीट करने लगे।
क्या है पूरा मामला?
बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला तालाब निवासी अरबाज उर्फ काशान और उसके साथियों पर पहले ही मनी ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला दर्ज हो चुका है। अब उसकी चाची रूबी ने पुलिस को बताया कि…
गंजमुरादाबाद के मो. शारिक, आकिब, तारिक, तालिब, आमिर, आफताब, शफीक, मुजम्मिल, रागिब, सुफियान, अजीम, चांद और साकिब नामक लोगों ने अरबाज को मुनाफा दिलाने के नाम पर स्कीम में पैसे लगवाए।पहले 60 लाख रुपये, फिर 19 लाख रुपये उनके खातों में ट्रांसफर किए गए। जब पैसे वापस मांगे गए तो उन्होंने धमकाना और मारपीट करना शुरू कर दिया।
न्यायालय की शरण लेने के बाद दर्ज हुई रिपोर्ट
रूबी का कहना है कि उसने पहले पुलिस और एसपी कार्यालय में प्रार्थनापत्र दिया, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा, जिसके आदेश पर अब धोखाधड़ी और धन हड़पने जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
कोतवाल का बयान
कोतवाल चंद्रकांत सिंह ने बताया: “न्यायालय के आदेश पर 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जो तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी।”
निष्कर्ष:
इस पूरे घटनाक्रम ने मनी ट्रेडिंग के नाम पर चल रहे घोटालों की परतों को उजागर किया है। जहां एक ओर लोग धोखाधड़ी के शिकार हैं, वहीं अब निवेशकों और संचालकों के बीच भी आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है।
सवाल यह है कि क्या यह पूरा रैकेट अब तक प्रशासन की पकड़ से बाहर रहा है, या फिर जांच में कुछ और चौंकाने वाले खुलासे बाकी हैं?