कानपुर।सिन्धी समाज द्वारा “विश्व सिन्धी पकोड़ा दिवस” मनाया गया यह सिन्धी समाज का एक पुरातन पर्व है जिसे सिन्धी समाज अविभाजित भारत वर्ष के समय से वर्षा ऋतु के आगमन की खुशी में मनाता चला आ रहा है अभी तक यह कार्यक्रम साधारणतया घरों में ही सामान्य रुप से मनाया जाता रहा है वही इस वर्ष से वरिष्ठ भाजपा नेता एवम समाजसेवी आनन्द राजपाल ने पूरे सिन्धी समाज को एकीकृत कर एक स्थान पर मनाने का निश्चय किया और इसको एक मेले का आकार दे दिया। कार्यक्रम रतनलाल नगर के नीमेश्वर कालोनी पार्क में आयोजित किया गया सर्वप्रथम भगवान झूलेलाल जी की मूर्ति पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि एवं आरती पश्चात कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ जहां पर 17 किस्म के पकोड़ो के अलावा विभिन्न सिन्धी व्यंजनों से सभी लोगों को परिचित करवा उनका स्वागत किया गया,कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उसके तीन सेल्फी प्वाइंट थे सिंन्ध छूटा सिन्धियत नहीं, ओताक (पराने जमाने का ड्राइगरुम, रंधणा( पुराने जमाने का रसोईघर) जिसे ऐसी पुरातन सिन्धी वस्तुओं से सजाया गया जिसे हम लोग अब लगभग भूल चुके हैं उद्देश्य अपनी जड़ों को याद कर उस सौंधी खुश्बू को महसूस करना और युवाओं को उससे परिचित करवाना जिसे हम लोग अब बहुत पीछे छोड़ आए हैं। सिन्धी समाज के सभी आदरणीय संतो,धर्माचार्यों, समाज के पुरोहितों,समाज की सभी 20 पंचायतों मुखियाओं समेत,राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सभी प्रमुख लोगों के अलावा शहर एवम कानपुर देहात के भाजपा संगठन के सभी पदाधिकारी,सांसद,महापौर, विधायक,पार्षद समेत सभी व्यापार मंडलो के पदाधिकारी, सभी बड़े उघोगपति,कारोबारी, व्यापारी वर्ग समेत सर्व सिन्धी समाज ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढाई। कार्यक्रम का संचालन एवं अतिथियों का धन्यवाद प्रस्ताव कु० विधी राजपाल ने किया, कार्यक्रम के क्रियेटिव हेड राजेश तनवानी रहे वहीं प्रमुख रूप से सीताराम खत्री,मनोज आडवाणी,सतीश रोचलानी, चन्द्रभान मोहनानी,मुकेश आहूजा,हंस राज वाधवानी सहित आदि लोग उपस्थित रहे।
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