उन्नाव।भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड सांसद साक्षी महाराज एक बार फिर अपने ज़हरीले बयानों को लेकर चर्चा में हैं। शनिवार को उन्नाव स्थित कैंप कार्यालय में जनता दर्शन के दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने धर्मनिरपेक्षता को ‘बकवास’ करार दिया, समाजवादी पार्टी को जातिवादी राजनीति की फैक्ट्री बताया और इटावा में कथावाचक के फर्जी दस्तावेजों के मामले पर बम फोड़ा।
इटावा कांड पर बोले साक्षी महाराज — “दो आधार कार्ड, एक में ब्राह्मण, एक में यादव… ये कौन है? रोहिंग्या है? या आतंकवादी?”
इटावा में कथावाचक के पास दो अलग-अलग आधार कार्ड मिलने पर भड़कते हुए साक्षी महाराज ने कहा —
“एक आधार कार्ड में ब्राह्मण लिखा है, दूसरे में यादव! अब बताइए — ये कौन है? रोहिंग्या है क्या? आतंकवादी है क्या? पहचान छिपाकर घूम रहा है, धर्म की आड़ में फरेब कर रहा है। ऐसे लोगों की जड़ तक जांच होनी चाहिए।”
साक्षी महाराज ने समाजवादी पार्टी और उसके मुखिया अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोला —
“सपा की राजनीति सिर्फ जाति का ज़हर फैलाने की है। उन्हें न धर्म की चिंता है, न देश की। ये लोग बस जातियों को आपस में लड़वाकर सत्ता की सीढ़ी चढ़ना जानते हैं।”
धर्मनिरपेक्षता को बताया ‘पाप’, संविधान से हटाने की मांग
उन्होंने कहा, “कोई भी व्यक्ति धर्मनिरपेक्ष हो ही नहीं सकता। अगर कोई कहता है, तो वह बकवास कर रहा है। ‘सेकुलर’ और ‘सोशलिस्ट’ शब्दों को संविधान से हटाना चाहिए। ये शब्द देश के साथ धोखा हैं।”
अपने तर्क को धर्म से जोड़ते हुए कहा —
“जैसे आंख का धर्म देखना है, कान का सुनना, अग्नि का जलना, वैसे ही इंसान का धर्म भी स्थायी होता है, जो बदला नहीं जा सकता। धर्मनिरपेक्षता एक विदेशी थ्योरी है, जो इस देश को बर्बादी की तरफ ले जा रही है।”
“रावण ब्राह्मण था, राम ठाकुर… लेकिन पूजा किसकी होती है?”
जाति की राजनीति पर करारा प्रहार करते हुए साक्षी महाराज बोले —
“रावण ब्राह्मण था, राम ठाकुर। लेकिन पूजा आज भी राम की होती है, क्योंकि देश में पूजा गुणों की होती है, जाति की नहीं। समाजवादी पार्टी इस फर्क को कभी नहीं समझेगी।”
साक्षी महाराज के इन बयानों ने विपक्ष को हमला करने का मौका जरूर दिया है, लेकिन उनके समर्थकों का कहना है कि महाराज वही बोलते हैं जो जनता के मन की बात है।