बांगरमऊ, उन्नाव।आगामी 15 जून रविवार को मिथुन की संक्रांति में सूर्य का प्रवेश दिन में 15 /23 बजे हो जायेगा । रविवार को संक्रांति प्रवेश होने से भीषण तपिश और गर्मी में वृद्धि कारक है । यह जानकारी देते हुए पण्डित ऋषि कांत मिश्र शास्त्री ने बताया कि सूर्य की तपिश से सभी लोगो को बचना चाहिए। इन दिनों शरीर को झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। जो कि बहुत ही घातक हैं। उन्होंने सुझाव देते हुए बताया कि बेहतर रहेगा लोग तपती दुपहरी में घरों से बाहर न जाएं और यदि जाना पड़े तो छाता लगा कर निकले पानी की बोतल साथ रखे। जितना सम्भव हो छाया में रहे। धूप और तपिश से बचाव करना व लोगों को खासकर बच्चों युवाओं को जागरूक करना हम सभी की जिम्मेदारी है। तरोताजा जल का सेवन करें। खाने में ठंडी वस्तुओं का सेवन करें ताकि शरीर के साथ मन मस्तिष्क भी शीतल रहे।
उन्होंने बताया कि दिनांक 11 जून 2025 दिन बुधवार की सायं 6/41 बजे अस्त हो गए हैं। बृहस्पति देव के अस्त होने के चलते सभी मांगलिक कार्य नहीं किए जा सकेंगे।विशेष रूप से वर कन्या वरण, मुंडन संस्कार ,उपनयन संस्कार, विवाह संस्कार एवं वधू का प्रथम आगमन आदि कार्य क्रम नहीं किए जाते हैं गृह प्रवेश ,गृहारम्भ जैसे शुभ मुहूर्त नहीं होंगे।
उन्होंने सभी सनातनी धर्मावलंबी भक्तों से बृहस्पति देव के अस्त होने पर धार्मिक पूजन पाठ ,जप तप करने और अपने सनातन धर्म की रक्षा में तत्पर रहने का आग्रह किया। जिससे आप सभी पर ईश्वर कृपा प्राप्त होती रहें ।