संवाददाता,घाटमपुर।सजेती में पुलिस की प्रताड़ना से युवक ने घर में फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली पत्नी की शिकायत पर चौकी इंचार्ज और सिपाही ने युवक को पीटा, गेहूं बेचवाकर उससे 15 हजार रुपए वसूली करने बाद उसे छोड़ा। पुलिस प्रताड़ना से आहत होकर युवक ने घर पहुंचकर कमरे के अंदर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। परिजनो ने विधायक को फोनकर अपना दर्द बताया तो मौके पर पहुंची घाटमपुर विधायक सरोज कुरील ने डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी को मौके पर बुलाया। इसके बाद आरोपी दरोगा और हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है।


जाने क्या है?पूरा मामला….
सजेती थाना क्षेत्र गांव कोटरा निवासी 42 वर्षीय जीतू निषाद गुजरात के सूरत में प्राइवेट नौकरी करता था। घर पर पत्नी सुमन और तीन बेटियां हैं, जीतू करीब तीन माह से गांव में रह रहा था। कुछ दिनों पहले उसका पत्नी से विवाद हुआ तो सुमन बेटियों समेत मायके बीरबल अकबरपुर चली गई थी। सुमन के पिता रामकिशोर ग्राम प्रधान है। जीतू के पिता रमेश ने बताया कि उनका बेटा पत्नी को लेने अपनी ससुराल गया था। वहां उसके साथ गाली गलौज और अभद्रता की गई। जब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। तो आरोप है, कि कोटरा गांव की अस्थाई पुलिस चौकी में उनके बेटे के साथ पुलिस ने अभद्रता कर मारपीट की। इसके बाद पुलिस ने गेहूं बेचवाकर उससे 15 हजार रुपए वसूल लिए। जिससे आहत होकर घर वापस लौटे युवक ने कमरे के अंदर फांसी लगाकर आत्म कर ली,घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जांच पड़ताल करने के साथ युवक शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।मृतक के पिता रमेश ने फोनकर घाटमपुर विधायक सरोज कुरील को पूरी अपनी व्यथा सुनाई। पिता ने उन्हें बताया कि पुलिस ने गेहूं बेचवाकर उससे 15 हजार रुपए वसूल लिए। इसके बाद उनके बेटे को छोड़ा है। जिससे आहत होकर उनके बेटे ने सुसाइड कर लिया। विधायक ने कानपुर डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी से फोनकर घटना की जानकारी देते हुए पुलिस कर्मियों पर नाराजगी जताते हुए कार्रवाई करने की मांग की।देर रात कोटरा गांव पहुंचे कानपुर डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने परिजनो को दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी दरोगा गौरव सौलिया और हेड कांस्टेबल रवि को निलंबित कर दिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कानपुर डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी को बताया कि गांव स्थित पुलिस सहायता केंद्र लूट का अड्डा बना हुआ है। यहां तैनात पुलिसकर्मी लोगों को परेशान करके उनसे वसूली करते हैं। छोटे-मोटे झगड़ों भी डर दिखाकर ऐंठते हैं। रुपये न देने वालों के साथ अभद्रता और मारपीट की जाती है। बताया कि 10 दिन पूर्व गांव निवासी भोला ने फंदा लगाकर जान दी थी। ग्रामीणों ने आंशका जताई है, कि वह भी पुलिस से प्रताड़ित था।

मृतक के पिता रमेश की तहरीर पर देर रात सजेती थाने में आरोपी दरोगा गौरव सौलिया, हेड कांस्टेबल रवि समेत ससुर रामकिशोर, पत्नी सुमन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से क्षेत्र में लोगों को प्रताड़ित करके रुपए वसूलने वाले पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए हैं।
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कानपुर डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी द्वारा दी गई बाइट।