एसीओ चकबन्दी के सुस्त क्रिया कलापों के चलते चकबन्दी प्रक्रिया प्रभावित

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बांगरमऊ,उन्नाव ।जनपद हरदोई की बिलग्राम तहसील की चकबंदी सर्किल राघौपुर मल्लावां में कार्यरत एसीओ गजराज की सुस्त क्रिया कलापों के कारण प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के सख्त निर्देशो के बावजूद सर्किल में चकबन्दी प्रक्रिया गति नही पकड़ पा रही। फलस्वरूप कृषकों में रोष पनपता जा रहा है। इस सर्किल के गांवो में विगत 4 वर्षों से चकबन्दी प्रक्रिया चल रही है लेकिन अभी तक किसी भी गाँव की चबन्दी प्रक्रिया को पूर्ण नही किया गया है। इसी क्रम में ग्राम गंजजलालाबाद में धारा 4(क) के प्रकाशन के बाद 17 जनवरी 2025 को कृषकों को प्रपत्र 5 वितरण किए जा चुके है। विवादित गाटो की जन सुनवाई 17 मार्च को एसीओ गजराज करने आये कृषकों ने 35 प्रार्थना पत्र दिए लेकिन अभी तक किसी पत्रावली पर कोई भी आदेश उनके द्वारा पारित नही किया गया है जिससे कृषक परेशान हैं बटवारा, विरासत, बैनामा, दाखिल खारिज, कृषकों के नाम पता का शुद्धिकरण इत्यादि के सम्बंध में कोई भी पत्रावली सी ओ चकबन्दी बिलग्राम को नही भेजे जा रहे है, जिससे चकबन्दी प्रक्रिया अधर में लटकी है। जबकि इस प्रक्रिया में चकबन्दी आयुक्त द्वारा टाइप बाउंड परिपत्र जारी किया जा चुका है। लेकिन एसीओ गजराज पर इसका कोई प्रभाव नही पड़ रहा है। एसीओ चकबन्दी गजराज की उपस्थिति में किसानों की बैठक पंचायत भवन गंज जलालाबाद में 17,19,24,व 26 मार्च 2025 को हुई थी और आपसी समझौता कृषकों ने किया था। लेकिन अभी तक किसी भी कृषक को समझौते का आदेश निर्गत नही किया गया और न ही सीओ बिलग्राम को कोई पत्रावली भेज रहे हैं।
सभी पत्रावलियां अपने स्तर से रोक रखी है किसानों से धन की मांग कर रहते हैं। मल्लावां चकबन्दी सर्किल एसीओ गजराज राघौपुर सर्किल में निवास भी नही करते है। लखनऊ से आते जाते है जिससे पत्रावलियो के निस्तारण का अंबार लगा हुआ है। इस संदर्भ में जिला चकबन्दी अधिकारी हरदोई को कृषकों ने शिकायत भी की है। लेकिन वो भी कान में तेल डाले बैठे हैं। मुख्य मंत्री की कृषकों के हित की यह बहुउद्देश्यीय योजना ढाक के तीन पात बनी हुई है। कृषकों ने शासन व प्रशासन से मांग की है कि ऐसे एसीओ को राघौपुर चकबंदी सर्किल से तुरंत हटाकर किसी अन्य एसीओ की नियुक्ति की जाए ताकि इस चकबंदी सर्किल के ग्रामों की चकबंदी प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण हो सके।


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