उन्नाव।बांगरमऊ ब्लॉक सभागार में ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। पंचायती राज निर्देशालय लखनऊ की टीम ने कुल 55 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधान, समूह की सक्रिय महिला, पंचायत सहायक के लोगों को यह प्रशिक्षण दिया। 17 मई को 30 ग्राम पंचायतों के लोग, और सोमवार को 25 ग्राम पंचायत के लोगों प्रशिक्षण दिया गया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर विदुषी ने बताया कि ग्राम पंचायतों में पानी के टंकी का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद उसका संचालन होना है। ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजनाओं के संचालन और रखरखाव की भी जानकारी दी। बताया कि भारत सरकार ने ग्रामीण पेयजल आपूर्ति योजना के तहत हर घर में पीने योग्य पानी को पाइप से उपलब्ध कराया जा रहा हैं। वैसे तो अभी ग्रामीण क्षेत्रों में हैंडपंप का उपयोग किया जाता है। पानी की गुणवत्ता की समस्याओं से प्रभावित गांवों के लिए, उपचार संयंत्र उपलब्ध कराए जा रहे है, ऐसे मामलों में जहां कोई अन्य विकल्प उपलब्ध नहीं हैं, आर्सेनिक या फ्लोराइड संदूषण जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए बहुत गहरे हैंडपंप भी लगाए जाएं, जिससे पानी पीने योग्य हो सकें। मास्टर ट्रेनर जनक सेंगर ने प्रशिक्षण में जल आपूर्ति परियोजनाओं का पंचायत को हस्तांतरण और जलापूर्ति प्रबंधन प्रणाली पर विशेष ध्यान दिया। पाइप का उपयोग अच्छी क्वालिटी का होना चाहिए। जिससे पानी लीकेज की समस्या नहीं होगी। ट्रेनर महेंद्र गौतम ने बताया मोटर और जो भी उपकरणों के प्रयोग हो वह उच्च क्वालिटी के हो जिससे संचालन में समस्या नही होगी। क्वर्डिनेटर अर्पित शुक्ला भी उपस्थित रहे। इस मौके पर एडीओ पंचायत दीपकान्त चोला, ग्राम पंचायत अधिकारी सुभाष चंद्र, रणकेन्द्र सिंह, आशीष पटेल, पंचमलाल, रोहित सिंह, पंचायत सहायक रश्मि कटियार, पूर्णिमा,आयुषी पांडेय, ग्राम प्रधान मोना देवी, अमरेश पटेल, विजय पाल कुशवाहा, रामू कनौजिया, शशि देवी, प्रतिमा आदि लोग उपस्थित रहे।