पुरवा,उन्नाव।असोहा ब्लॉक क्षेत्र की ग्राम पंचायत जबरेला में सई नदी किनारे स्थित श्री गोविन्दास बाबा सेवा आश्रम में कल 6 अप्रैल दिन रविवार को रामनवमी के दिन हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेले का आयोजन किया जा रहा है। आश्रम के पीठाधीश्वर गोविंद रामदास ने बताया कि दिन में मेला ,आल्हा गायन व विशाल भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है।क्षेत्र के लोगों की माने तो इस आश्रम की मान्यता यह है कि यहाँ लोगो के ऊपर किसी भी प्रकार की नकारात्मक शक्ति होती है। गाँव की कहावत में भूत पिशाच लगना तो यहाँ एक बरगद का पेड़ है वहाँ उस व्यक्ति को 24 घण्टे के लिए उसी पेड़ से बांध दिया जाता है और वह व्यक्ति अगले दिन ठीक हो जाता है और इस आश्रम में क्षेत्र के लोग अपने बच्चों के मुण्डन व कर्ण छेड़न भी मान्यता के अनुसार करवाते है।लोगो की माने तो क्षेत्र के लोग चैत में गेहूँ सरसो की फसल का कुछ अंश भी इस आश्रम को दान करते है ।ऐसा करने से किसानों की फसल सुरक्षित उनके घर पहुँच जाती है ऐसा सैकड़ो वर्षो से किसान करते आ रहे है । एक कहानी हमे और क्षेत्र के बड़े बुजुर्गों से सुनने को मिलती है उसे समय इस आश्रम के पीठाधीश बख्तावर दास बाबा हुआ करते थे उनके शिष्य श्री गोविंद दास बाबा भी उसे समय इस आश्रम में रहते थे। रामनवमी के दिन भंडारा चल रहा था। भंडारा देर रात तक चला।रात्रि में पूड़ी बनाते समय घी खत्म हो गया पूड़ी बना रहे कारीगरो ने बाबा गोविन्ददास से बताया कि घी खत्म हो गया और कहि आस पास कोई दुकान भी नही खुली है तो बाबा ने कहा जाओ सई नदी मइया से घी उधार मांग लाओ तो कारीगर कुछ भक्तों के साथ खाली बर्तन लेकर गये सई नदी से दो बार पानी भर कर लाये। बाबा ने कहा कढ़ाई में दाल दो तो कारीगरों ने उस पानी को कढ़ाई में डाल दिया जैसे ही पानी कढ़ाई में गया वह घी बन गया और पूड़ी बनने लगी।सुबह बाबा ने उसी बर्तन से जितना पानी आया था उतना ही घी मंगवाकर नदी में वापस डाल दिया। ऐसी कई किसे कहानियां इस आश्रम से जुड़ी हुई है रामनवमी के दिन यहाँ हजारो की संख्या में भक्त यहाँ पहुँचते है।
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