कानपुर। द फ्रेंको इंडियन ट्रेनिंग सेंटर इन इंजीनियरिंग द्वारा डॉ. गौर हरि सिंघानिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, कमला नगर कानपुर में ‘करियर कनेक्ट – इंडिया फ्रांस सेमिनार’ का सफल आयोजन किया गया। यह सेमिनार उन छात्रों के लिए एक अनूठा मंच साबित हुआ जो फ्रांस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई और वैश्विक करियर अवसरों के बारे में जानने के इच्छुक हैं। सेमिनार में मुख्य अतिथि प्रो. अरविंद दीक्षित (पूर्व कुलपति, आगरा विश्वविद्यालय) उपस्थित हुए जिन्होंने छात्रों को अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और शोध के महत्व पर अपने विचार भी साझा किए। जबकि विशेष अतिथि एवं वक्ता डॉ. गिलौम कारपेंटियर निदेशक अंतर्राष्ट्रीय संबंध एवं इंजीनियरिंग बिल्डर्स इकोल डी’इंजीनियर्स फ्रांस एवं मिस एलिस पेड्रोटी मैनेजर अंतर्राष्ट्रीय संबंध बिल्डर्स इकोल डी’ इंजीनियर्स फ्रांस, प्रो. सऊद अफजल प्रोफेसर,आईआईटी खड़गपुर उपस्थित हुए।
वही उन्होंने बताया कि सेमिनार की मुख्य विशेषताएँ
फ्रांस में इंजीनियरिंग शिक्षा के 2+3 मॉडल पर विस्तृत जानकारी, फ्रांस की शीर्ष यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों से सीधा संवाद,स्कॉलरशिप और वीज़ा प्रक्रिया पर विस्तृत मार्गदर्शन, आईआईटी और अंतरराष्ट्रीय प्रोफेसरों द्वारा विशेष सत्र, छात्रों के लिए नेटवर्किंग और करियर मार्गदर्शन के अवसर।
फ्रांस से आए विशेष अतिथि डॉ. गिलौम कारपेंटियर ने अपने संबोधन में कहा कि फ्रांस तकनीकी शिक्षा में अग्रणी है, और हम भारतीय छात्रों को विश्व स्तरीय अवसर प्रदान करने के लिए तत्पर हैं।
तत्पश्चात मिस एलिस पेड्रोटी ने छात्रों को फ्रांस में पढ़ाई के अनुभव साझा किए तथा आवेदन प्रक्रिया के विषय में विस्तृत जानकारी भी दिया।
प्रो.सऊद अफजल ने कहा “इंजीनियरिंग शिक्षा का भविष्य बहुआयामी है, और भारतीय छात्रों को इसे वैश्विक दृष्टिकोण से अपनाने की आवश्यकता है। भविष्य की योजनाएँ इस सफल आयोजन के बाद, फ्रेंको इंडियन ट्रेनिंग सेंटर इन इंजीनियरिंग जल्द ही आधिकारिक परामर्श सत्र और व्यक्तिगत गाइडेंस प्रोग्राम लॉन्च करने जा रहा है। सेमिनार के आयोजक साकेत सिंह, हेड ऑफ एडमिशन ने कहा यह पहल छात्रों को उनकी अंतरराष्ट्रीय शिक्षा यात्रा शुरू करने में मदद करेगी।
भविष्य में और अधिक ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस मौके पर डॉ. राखी सिंह,मिस स्मिता धवन,मिस शुभांगी सिंह, मिस जया गौर,मिस गरिमा मिश्रा, डॉ. पूनम गौथी,मिस मोनिका दत्त,फरहान सहित आदि लोग मौजूद रहे।