मौदहा,हमीरपुर।कस्बे के एक मात्र अमृत सरोवर में घाट किनारे बसे घरों का दूषित, गंदा पानी गिरने से तालाब में नहाने से भी लोग कतरा रहे हैं जबकि जिम्मेदार मात्र राष्ट्रीय पर्वों पर वहां पर झंडा फहराने के बाद अपना कर्तव्य भूल जाते हैं।जबकि बीस दिन बाद नगरपालिका की पूरी मशीनरी यहां पर ध्वजारोहण कर जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान का बखान करती नजर आएगी।
जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान का बखान करने वाली नगरपालिका कस्बे के धार्मिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक महत्व का अमृत सरोवर मीरातालाब जिम्मेदारों की गैर जिम्मेदारी के चलते आंसू बहाने को मजबूर है।हालांकि सर्वोच्च न्यायालय की गाइडलाइंस के अनुसार जलाशयों में घरेलू कूड़ा करकट और गंदा पानी गिराने को अपराध माना गया है और ऐसा करने वालों पर कार्यवाही करने की जिम्मेदारी सम्बंधित निकाय की तय की गई है लेकिन यहां के जिम्मेदार मात्र राष्ट्रीय पर्वों पर ध्वजारोहण करने तक को ही अपनी जिम्मेदारी माने बैठे हुए हैं जबकि तालाब की भीठ पर बने घरों की अस्थायी नालियां अवैध रूप से तालाब में घरेलू दूषित पानी तालाब में गिरा कर तालाब के पानी को भी दूषित कर रही हैं।हालांकि इस मामले में अधिशासी अधिकारी सीमा तोमर से बात करना चाही लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया जबकि नगरपालिका अध्यक्ष रजा मोहम्मद का फोन लगातार स्विच ऑफ जाता रहा जिसके चलते आधिकारिक वर्जन नहीं लिया जा सका।