कानपुर। मजदूरों और किसानों की मूलभूत मांगों को लेकर केन्द्रीय श्रम महासंघों और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आंदोलन के तहत संविधान दिवस पर श्रम आयुक्त कार्यालय पर इंटक, एटक,एच एम एस, सीटू,ऐक्टू,ए आई यू टी यू सी, टी यू सी सी,बैंक,रक्षा, रेलवे,एफ सी आई इत्यादि केंद्रीय प्रतिष्ठानों के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए हिंद मजदूर सभा के संगठन मंत्री तारिणी कुमार पासवान ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों से मज़दूर,किसान, कर्मचारी,छात्र नौजवान के बुनियादी मसलों को लेकर संजीदा नहीं है।
उन्होंने प्रधान मंत्री और मुख्य मंत्री को संबोधित 18 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन उत्तर प्रदेश मुख्यालय पर धरना देते हुए अपर श्रमायुक्त डी के सिंह को दिया गया।
धरने के माध्यम से सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी मांगों को गंभीरता से लेते हुए चारो श्रम संहिताओं को तत्काल रद्द किया जाय साथ ही असंगठित क्षेत्र व अन्य श्रमिकों का न्यूनतम वेतन रुपये 26,000 किया जाए एवं ओ पी एस को लागू किया जाए, श्रमिकों का कार्य 8 घंटा लागू की जाए एवं बेरोजगार शिक्षित बच्चों को नौकरी की व्यवस्था की जाए। आज पूरे देश के श्रमिकों ने सरकार की श्रमिक विरोधी नीति का जोरदार विरोध किया। तारिणी कुमार पासवान संगठन मंत्री हिंद मजदूर सभा धरने में प्रमुख रूप से तारिणी कुमार पासवान, असित कुमार सिंह संयोजक, पी एस बाजपाई, राजीव खरे,राणा प्रताप सिंह, आरडी गौतम,रमेश विश्वकर्मा, एच एन तिवारी, रजनीश गुप्ता, गौरव दीक्षित, योगेश ठाकुर, आरएस मिश्रा, रघुवीर सिंह,बीके यादव सहित आदि लोग मौजूद रहे।