उन्नाव।बांगरमऊ तहसील क्षेत्र के एक सीमांत किसान के खेत को तहसील के अधिकारियों की मिली भगत से गंगा एक्सप्रेस वे ठेकेदार द्वारा मिट्टी का अवैध त्खनन कर करीब दो बीघे जमीन को रातों-रात तालाब में तब्दील कर दिया गया। पीड़ित किसान द्वारा उच्चाधिकारियों को शिकायती पत्र भेजने के बावजूद भी अभी तक कोई चपरासी तक जांच करने मौके पर नहीं आ सका है। पीड़ित ने जिलाधिकारी को प्रेषित पत्र में कहा है कि न्याय न मिलने पर पूरे परिवार के साथ आत्महत्या कर लेने को वह विवश होगा।
बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र के ग्राम कैथौली निवासी सीमांत किसान अशर्फी लाल पुत्र नन्हे द्वारा बीते मंगलवार को जिलाधिकारी के जन सुनवाई पोर्टल पर प्रेषित शिकायती पत्र में कहा गया है कि उसके गांव की गाटा संख्या 1075 रकबा 0.506 में गंगा एक्सप्रेस वे ठेकेदार द्वारा रातोंरात मिट्टी का अवैध उत्खनन कर खेत को करीब 12 फुट गहरे तालाब में तब्दील कर दिया गया। पीड़ित द्वारा अवैध उत्खनन की शिकायत तहसील के अधिकारियों से की गई है। किंतु तहसील द्वारा अभी तक चोरी से उत्खनन की गई मिट्टी की जांच के लिए कोई भी अधिकारी अथवा कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंच सका है। पीड़ित का आरोप है कि अवैध उत्खनन के धंधे में तहसील का ही एक नायब तहसीलदार लिप्त है। पीड़ित ने शिकायती पत्र में कहा है कि यदि उसे न्याय न मिला तो वह परिवार के सभी सदस्यों सहित आत्महत्या कर लेगा। तहसीलदार रामाश्रय ने बताया कि अवैध उत्खनन की जानकारी मिली है। मौके की जांच में सत्यता पाए जाने पर संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।