हर विघ्न का हरण करते हैं भगवान गणेश….विज्ञानानंद सरस्वती जी महाराज,गणपति के जन्म की कथा सुन आनंदित हुए श्रोता

0
57

उन्नाव।भक्ति संगम एवम सेवा संस्थान, श्री बाबा विश्वनाथ सेवा समिति, श्री भीमाशंकर महादेव मंदिर समिति के तत्वावधान में श्री शिव महापुराण कथा के छठे दिन पी डी नगर के प्रियदर्शिनी गेस्ट हाउस में बनाए गए आकर्षक पांडाल में शंकराचार्य जी की परंपरा के राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता विज्ञाननानंद सरस्वती जी महाराज ने गणेश जी के जन्म की कथा सुनाई। शिव पुराण कथा के अनुसार, भगवान श्री गणेश का जन्म माता पार्वती के शरीर के मैल से माना जाता है। शिव पुराण के अनुसार, माता पार्वती ने अपने शरीर के मैल से एक पिंड बनाकर उसमें आत्मा का प्रवेश करवाया। जिसके बाद वह पिंड सजीव हो उठा और यह यह पिंड सजीव बालक के रूप में सामने आया।

माता पार्वती स्नान करने के लिए जब गुफा के अंदर जा रही थी तो उन्होंने इस नन्हे बालक को आदेश दिया कि गुफा के अंदर किसी को भी प्रवेश ना दिया जाए। माता पार्वती के गुफा के भीतर जाते ही भगवान शिव वहां पहुंच जाते हैं। मां की आज्ञा का पालन करते हुए उन्होंने भगवान शिव को भी गुफा के अंदर प्रवेश करने से रोक दिया जिस पर भगवान शिव क्रोधित हो उठे और उन्होंने अपने त्रिशूल से भगवान श्री गणेश का सिर धड़ से अलग कर दिया। सिर कटते ही माता पार्वती की चीख-पुकार और विलाप से पूरी सृष्टि कम्पायमान हो उठी। हर तरफ त्राहि-त्राहि मच गई जिसके बाद भगवान शिव ने माता पार्वती को प्रसन्न करने के लिए एक नन्हे हाथी का सिर भगवान गणेश के धड़ से जोड़ दिया। तभी से भगवान श्री गणेश का सिर हाथी और धड़ बालक का बना है और इसी स्वरूप में हम भगवान श्री गणेश की पूजा अर्चना करते हैं।
भगवान श्री गणेश का सिर कटने के बाद एक गुफा में रखा गया। मान्यता है कि भगवान शिव ने गणेश जी के सिर को सुरक्षित एक गुफा में रख दिया था। जिसे पाताल भुवनेश्वर गुफा के नाम से जाना जाता है। इस गुफा में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा भी स्थापित की गई है। भगवान श्री गणेश जी की गुफा की खोज आदिशंकराचार्य ने की थी। नगर पालिका उन्नाव के मुख्य प्रतिनिधि प्रवीण मिश्रा भानू ने महाराजश्री से आशीर्वाद लेकर अतिशीघ्र पार्क को सुन्दरीकृत कराने की घोषणा की।
छठवें दिन के यजमान लक्ष्मीकांत बाजपेयी व उनकी सहधर्मिणी किरण बाजपेई ने पूजन अर्चन कराया और आरती के बाद प्रसाद वितरण कराया। के के तिवारी, यज्ञ प्रकाश दीक्षित, बच्चन पाण्डेय, ज्ञानेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह चौहान, इन्दु प्रकाश अवस्थी, अमित दीक्षित, साधना दीक्षित, उमा शुक्ला, शैलेश प्रताप सिंह,नीलम सिंह, हरिप्रसाद साहू, संतोष साहू, नन्हे पटेल, सरिता सिंह, संगीता सिंह, आरती यादव, अनामिका सिंह, कुँवर राजेन्द्र सिंह सेंगर, अर्चना, एस पी सिंह, गुड़िया चौहान, जगवीर सिंह, डी पी सिंह, अरविंद पटेल, चेतन मिश्रा, बबिता अवस्थी, राखी शुक्ला, प्रतिभा श्रीवास्तव, ललित श्रीवास्तव, राहुल कश्यप, ओम प्रकाश चौरसिया प्रधान, राजेश गुप्ता, महेश गुप्ता सीतेश सिंह, अधिवक्ता सीमा सिंह, लक्ष्मीकांत, सौरभ मिश्रा, शिवेंद्र अवस्थी, रिंकू शुक्ला, रवि, दुर्गेश यादव, अश्वनी कुशवाहा, जय शंकर शुक्ला, लक्ष्य निगम, आदि ने आरती पूजन में भाग लिया। कथा मुख्य सेवायत अभिषेक शुक्ला ने जानकारी दी कि भक्ति संगम एवम सेवा संस्थान यू ट्यूब और फेस बुक पेज के साथ न्यूज़ वाला चैनल पर कथा का लाइव प्रसारण किया जा रहा है। ई स्काई इंफ्रा लखनऊ और अस्मित ग्रीन सिटी नवाबगंज की ओर से उन्नाव के श्रद्धालुओं के लिए कुछ आकर्षक धोषणाएँ की जाएंगी। कथा व्यवस्थापक रेड क्रॉस उप सभापति डॉ मनीष सिंह सेंगर ने क्षेत्रवासियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में सपरिवार कथा श्रवण का आवाहन और किसी भी प्रकार से अनुष्ठान की संपूर्णता में योगदान का आग्रह किया। सहयोगी रामबोध शुक्ला और मीडिया प्रभारी प्रचीन्द्र मिश्रा ने बताया कि इंडियन इवेंट सोल्यूशन्स द्वारा बच्चों के मस्तिष्क, शारीरिक और चारित्रिक विकास के लिए भजन, भक्ति नृत्य, भक्ति ज्ञान और भक्ति वेश प्रतियोगिताओं का आयोजन होना है जिसके लिए बच्चों का निःशुल्क पंजीकरण शुरू हो चुका है। वाराणसी के आचार्य वृन्दों उदित नारायण द्विवेदी, अतुल मिश्रा व सत्यम पाण्डेय के सस्वर मंत्रोच्चरण और संगीत मंडल के भजन गायक सोनू दीक्षित और संगतकर्ता ओमकान्त एवम अमित गुप्ता के सुमधुर भजनों के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने जीवननिर्माणी शिव कथा का पुण्य लाभ अर्जित किया।


LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here