संवाददाता,घाटमपुर।साढ़ थाना क्षेत्र गांव असेनिया आंगनबाड़ी केंद्र में टायलेट क्लीनर पीने से तीन साल के मासूम की मौत हो गई। मासूम ने पानी “समझकर,टायलेट क्लीनर पी गया था। घटना से आक्रोशित परिजनों ने रमईपुर- जहानाबाद मार्ग से असेनिया मोड़ पर जाम लगाकर कार्रवाई की मांग को लेकर काटा हंगामा! सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। असेनिया गांव निवासी रामबाबू पाल खेती किसानी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। घर पर पत्नी रानी देवी,बेटा सौरभ और तीन वर्षीय मासूम निखिल था। बताया कि निखिल गांव के प्राथमिक विद्यालय में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में पिछले 10 दिनों से जा रहा था। निखिल ने विद्यालय के शौचालय में रखा टायलेट क्लीनर पानी समझकर पी लिया। बच्चों ने निखिल को क्लीनर पीते देखा तो आंगनबाड़ी सहायिका विद्यावती व विद्यालय की शिक्षिकाओं को बताया। इस पर सहायिका ने निखिल को उसके घर ले गई और क्लीनर पीने की बात परिजनो को बताते हुए सौंप दिया। थोड़ी देर में मासूम को उल्टियां होने लगी। जिसकी जानकारी परिजनों ने प्रधान रामकांत पाल को दी। प्रधान और परिजन मासूम को आनन फानन लेकर सीएचसी जहानाबाद हुंचे जहां से उसे जिलासप्ताल फतेहपुर रेफर कर दिया गया। जहां देर शाम डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मासूम की मौत से आक्रोशित परिजनों ने रमईपुर-जहानाबाद मार्ग में जाम लगाकर कार्रवाई की मांग करते हुए जमकर हंगामा काटा सूचना पर साढ़ इंस्पेक्टर केपी सिंह पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे उन्होंने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।पुलिस घटना की जांच कर रही है। साढ़ थाना प्रभारी केपी सिंह ने बताया कि मासूम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी।
मासूम की मौत की बड़ी वजह बनी लापरवाही मासूम के टायलेट क्लीनर पीने के बाद विद्यालय में मौजूद आंगनबाड़ी सहायिका, शिक्षिकाओं आदि को जानकारी हो गई थी। उस समय तक मासूम की हालत नहीं बिगड़ी थी। बावजूद इसके लापरवाही बरतते हुए उसे अस्पताल तक नहीं पहुंचाया गया। मासूम शिशु को परिजनों को सौंपा गया। परिजन यह नहीं समझ पाए कि मासूम ने कितनी मात्रा में क्लीनर पिया है। थोड़ी देर बाद जब हालत बिगड़ी तब परिजन मासूम को अस्पताल ले गए तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
