संवाददाता घाटमपुर।सजेती में शहीद का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा की मौजूदगी में शहीद के गार्ड आफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार किया गया है शहीद का शव गांव पहुंचते ही परिजन, ग्रामीणों सहित क्षेत्रीय पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन को उमड़ी,मौजूद सभी लोगों की आंखें नम थी सभी ने शहीद को नम आंखों से अंतिम विदाई दी! बरसात के चलते अंतिम संस्कार में बिलंब हुआ पार्थिव शरीर के पंच तत्व में विलीन होने के बाद ही सेना की बटालियन वापस लौटी।
सजेती थाना क्षेत्र के बीरबल अकबरपुर गांव निवासी अभय सिंह 198 रेजिडेंस बटालियन थल सेना पंजाब में सूबेदार के पद पर तैनात थे। चंडीगढ़ आर्मी हॉस्पिटल में उनका बीते डेढ़ साल से इलाज चल रहा था। जहां पर बीमारी के चलते उनकी मौत हो गई। सैनिक का गुरुवार दोपहर पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव बीरबल अकबरपुर पहुंचा, शहीद का शव गांव पहुंचने की सूचना पर स्थानीय पुलिस व ग्रामीण क्षेत्रीय लोगों की भीड़ अंतिम दर्शन को मौके पर पहुंची। जहां सभा की आंखें नम थी, इसके साथ ही आर्मी के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर को बड़े भाई ने मुखाग्नि देकर शव को पंच तत्व में विलीन किया,सेना के अधिकारियों ने सैनिक की पत्नी व पिता नंदलाल को शहीद के सम्मान के रूप में तिरंगा सौंपते हुए मौजूद सेना के अधिकारियों सहित सजेती पुलिस व मौजूद भीड़ सभी की आंखें नम हो गईं मौजूद लोगों ने भारत माता की जय,वंदे मातरम के नारे शहीद के सम्मान में लगाए।
सैनिक की शादी सन 2004 में घाटमपुर की रहने वाली सोनी के साथ हुई थी। जिससे उनका बेटा 14 वर्षीय अरनव सिंह है। बेटा पंजाब स्थित आर्मी स्कूल में 9 वीं में पढ़ाई करता है। मौत की सूचना के बाद पिता नंदलाल माता सुखरानी व पत्नी सोनी बेटे अरनव सहित पांचों भाइयों का रो रोकर बुरा हाल है। मौके पर पहुंचे रिश्तेदारों ने परिजनों को ढाढस बंधाया हैं। साथ ही सेना के अधिकारियों ने परिजनों के साथ हर मुसीबत में खड़े रहने का आश्वासन दिया है।