उन्नाव। शहर में क्या है, इतिहास गवाह है की उन्नाव में चंद्रशेखर आजाद जैसे महान क्रांतिकारी ने जन्म लिया हैं और यही नहीं बल्कि आप इतिहास देखें तो अनगिनत उन्नाव के महान क्रांतिकारी इस सर जमीन उन्नाव में उनका जन्म हुआ है। और इतिहास दर्शाती है कि उन्नाव एक साहित्यिक नगरी है यहां पर बड़े-बड़े साहित्यकार कवि का भी जन्म हुआ है जिससे उन्नाव साहित्यिक नगरी के नाम से भी जानी जाती है।देश के स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख भूमिका निभाते हुए और देश के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाले कई बहादुर व्यक्तित्व यहां पैदा हुए थे। उन्नाव में महान स्वतंत्रता सेनानीयो का जन्म हुआ है उनमें से लोकप्रिय हैं राजा राव राम बक्स सिंह, मौलाना असरत मोहानी, राम बेनी माधव, पीडी।
और उन्नाव में महान अमर शहीद क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद जो उन्नाव के बदरका गांव में उनकी पैतृक जन्मभूमि है उन्होंने अंग्रेजों के साथ लड़कर अंग्रेजों के छक्के छुड़ा दिए और अपना नाम इतिहास के पन्नों में छपवा दिया।
ऐसी महान धरती जिस पर बड़े-बड़े स्वतंत्रता सेनानी और महान क्रांतिकारी ने जन्म लिया उस धरती पर यूपी सरकार और यहां के सांसद विधायकों ने क्या विकास कार्य किया है और क्या है उन्नाव में।
इस साहित्यिक नगरी कहे जाने वाले उन्नाव में सड़के गड्ढा युक्त हैं आजादी से लेकर अब तक कई मोहल्ले और गांव में कच्चे मार्ग हैं और ना ही प्रकाश की समुचित व्यवस्था है मार्गों और मोहल्ले में अंधकार छाया रहता है। ऊपर से लेकर नीचे तक भ्रष्टाचारी और रिश्वतखोरी का कार्य है। उन्नाव शहर में ना ही कोई स्वतंत्रता सेनानी या महान क्रांतिकारी या फिर साहित्यिक कार के नाम से कोई पार्क, रेलवे स्टेशन,बस स्टॉप या फिर तिराहे चौराहे पर उनकी प्रतिमा (या मूर्ति) लगी है कि जिनको देखकर हमारे नई पीढ़ी के बच्चे उन वीर सपूतों के नाम और प्रतिमाओं को देखकर उनकी अंतरात्मा जागे और उन वीर सपूतों को याद करें और उनकी इतिहास पढ़ें और उनको अपना शीश झुका कर नमन करें जिससे कि हमारे शहर और हमारे जनपद एक यादगार बन जाए कि यहां पर भी ऐसे महान क्रांतिकारी साहित्यकारो ने जन्म लिया है।