उजियारों को देखो कैसे अधियारों ने घेरा है,सिसक रही है स्वच्छ चांदनी ,मद्धिम हुआ सबेरा है

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उन्नाव,शुक्लागंज।हिंदू साम्राज्य दिवस के उपलक्ष्य में शुक्लागंज साकेतपुरी नेहरू नगर में कवि महेंद्र मधुकर के संयोजन में एक विशाल कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया कवि मधुकर ने बताया हिंदू साम्राज्य दिवस के उपलक्ष्य में यह कार्यक्रम संपन्न किया गया हैं। कार्यक्रम में कानपुर से कवि धीरपाल सिंह “धीर” कि कविता “उजियारों को देखो कैसे अंधियारों ने घेरा है”

“सिसक रही है स्वच्छ चांदनी , मद्धिम हुआ सबेरा है” कवि सम्मेलन में बैठे श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया और कानपुर से कवि के.के.अग्निहोत्री ने अपनी कविता लोगों के सुनाया वही कानपुर के कवि अजीत सिंह राठौर उर्फ लुल्ल कानपुरी हास्य कविता “मिट्टी के चूल्हे ने रोते हुए बहिन फूंकनी से कहा ,बरसों बरस का साथ था हमारा तुम्हारा” ने सभी का मन मोह लिया और
अजय श्रीवास्तव मदहोश फतेहपुर से दीप चंद्रगुप्त अयोध्या से डॉक्टर आर पी के मतंग चित्रकूट से अभिषेक शुक्ला “नीरज” बाराबंकी से अनूप एकलव्य एवं स्थानीय कवि अभिषेक अस्थाना, राहुल पांडे एवं कुलदीप सिंह नवाब ने सम्मिलित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई एवं अपने गीत गजल और व्यंग्यों से जनता का मन मोह लिया कार्यक्रम में श्रीमती शिल्पी राकेश दीक्षित, हीरालाल जी एवं सभाजीत विश्वकर्मा का समाज में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया अंजनी अग्निहोत्री अजय बाजपेई विजय शर्मा अमित शर्मा पंकज सिंह मनोज सिंह सिंगर मानसिंह परिहार गजेंद्र प्रसाद मिश्र आदि ने सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया कार्यक्रम के संरक्षक रवि शर्मा एडवोकेट ने सभी कवियों को श्रोताओं का धन्यवाद किया।

 


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