संवाददाता घाटमपुर।कानपुर- सागर हाइवे पर नौबस्ता में मेट्रो निर्माण के चलते घाटमपुर से किया गया था रूट डायवर्ट,डायवर्जन के बाद भी एक सैकड़ा भारी वाहन बिधनू पहुंच गए। जिससे जाम के हालात बनते गए। बिधनू किसान नगर रोड पर जाम में फंसी एम्बुलेंस में प्रसूता का प्रसव हो गया,नवजात की एम्बुलेंस में ही मौत हो गई। वहीं, एक और एम्बुलेंस जाम में फंसी रही। इस कारण प्रसूता का अस्पताल गेट पर पहुंचते ही प्रसव हो गया।दोनो का उपचार बिधनू सीएचसी में जारी है। कानपुर नौबस्ता में मेट्रो निर्माण का कार्य जारी है। यहां पर एकसाथ कई भारी वाहन कानपुर सागर हाइवे पर घाटमपुर की ओर से कानपुर के नौबस्ता पर पहुंच गए। जिसके चलते यहां धोबिन पुलिया से जाम के हालात बन गए। कुछ ही देर बाद एक के बाद एक जल्दबाजी में निकलने के चक्कर में वाहनों की उल्टी कतार लग गई। जिससे धोबिन पुलिया से लेकर शम्भूहा पुल तक लगभग 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जाम में फंसे सचेंडी के पलरा गांव निवासी कमलेश ने बताया कि मेरी पत्नी गर्भवती पत्नी सोनी 35 को प्रसव पीड़ा होने पर वह आशा बहू संगीता के साथ एंबुलेंस से बिधनू सीएचसी जा रहे थे, तभी वह जाम में फंस गए।

जाम में फसी एंबुलेंस में प्रसव पीड़ा बढ़ने पर आशा बहू और प्रसूता की सास ने एम्बुलेंस में ही प्रसूता का प्रसव कराया। प्रसव सुरक्षित होने के बाद एम्बुलेंस कई घंटे जाम में फसी रही। जिससे नवजात की मौत हो गई। लगभग एक घंटे बाद जाम खुलने पर प्रसूता को बिधनू सीएचसी में भर्ती कराया! जहां उसका उपचार जारी है। बिधनू चिकित्साधीक्षक डॉ नीरज सचान ने बताया कि नगर बिना एमटी के एंबुलेंस प्रसूता को लेने गई थी, तो लापरवाही है, उन्होंने मामले की जांच कराने के साथ लापरवाही बरतने वालो पर कार्रवाई की बात बताई है।
यहां सवाल यह है,कि डायवर्जन के बाद शहर कैसे पहुंच रहे हैं भारी वाहन, कानपुर में मेट्रो निर्माण कार्य से लगने वाले जाम के मद्देनजर प्रशासन द्वारा घाटमपुर से भारी वाहनों को डायवर्ट किया गया है, सूत्रों कि माने तो डायवर्जन में लगने वाली ट्रैफ़िक पुलिस द्वारा अपनी जेब गर्म करते हुए भारी वाहनों को लगातार कानपुर की तरफ इंट्री दी जाती है। लोकल के कुछ लोगों की मिलीभगत से ट्रैफिक पुलिस का यह खेल जारी है, जिसके चलते घाटमपुर से नौबस्ता की ओर सैकड़ो की संख्या में भारी वाहन गुजरते हैं,जो जाम का कारण बन जाते है। घाटमपुर एसीपी रंजीत कुमार कहते है, कि कानपुर और उन्नाव जाने वाले वाहनों को कानपुर भेजा जा रहा है। लखनऊ जाने वाले वाहनों को फतेहपुर भेजा जा रहा है। अगर डायवर्जन में किसी प्रकार की लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

प्रसूता सोनी बीते सात दिन पहले ओपीडी में दिखाने बिधनू सीएचसी आई थी, बिधनू चिकित्साधीक्षक डा. नीरज सचान ने बताया कि स्टाप नर्स ने मुताबिक प्रसूता की हालत नाजुक थी, उसे हाईरिक्स प्रेग्नेंसी की शिकायत थी, जिसके चलते बिधनू सीएचसी में प्रसूता का प्रसव नहीं हो सकता था, इस वजह से प्रसूता को बिधनू सीएचसी से कानपुर के डफरिन अस्पताल रेफर किया गया था। लेकिन परिजन प्रसूता को कानपुर नही ले गए। और शुक्रवार सुबह छ: बजे प्रसूता की हालत बिगड़ी तो परिजनो की सूचना पर मौके पर पहुंची 102 एंबुलेंस प्रसूता को लेकर बिधनू सीएचसी आ रही थी तभी जाम में फसने से एंबुलेंस में प्रसव हो गया। जिससे नवजात की मौत हो गई। मामले की जांच की जा रही है।
बिधनू चिकित्साधीक्षक डा नीरज सचान ने बताया कि उन्हे समाचार पत्रों के माध्यम से जाम में फसी एंबुलेंस में डिलेवरी होने से नवजात की बात की जानकारी हुई थी।जिसपर उन्होंने पलरा आशा बहू संगीता और परिजनो से जानकारी जुटाई तो जांच में सामने आया कि प्रसूता की डिलेवरी एंबुलेंस पहुंचने के पहले घर पर हो गई थी, लेकिन नवजात ने पोटी करने के साथ रो नही रहा था। जिसपर आशा बहु प्रसूता के साथ नवजात को लेकर बिधनू सीएचसी आ रहे थे, तभी किसान नगर रोड पर जाम में एंबुलेंस फंस गई। जिससे एक घंटे बाद एंबुलेंस बिधनू सीएचसी पर पहुंच पाई जहां डाक्टर ने नवजात को मृत घोषित कर दिया। उक्त जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जायगी।
