चैत्र नवरात्र का शुभारंभ 9 अप्रैल से होगी कलश स्थापना

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उन्नाव।फतेहपुर चौरासी क्षेत्र के कस्बा ऊगू निवासी आचार्य ऋषि कान्त मिश्र शास्त्री के अनुसार नव संवत्सर 2081 शक संवत 1946 शुभारंभ चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा दिन मंगलवार से होगा। इस संवत के राजा भौम तथा मंत्री शनि होंगे। इसलिए विश्व में भारत राष्ट्र की प्रतिष्ठा में अभूतपूर्व बढ़ोतरी होगी।आचार्य जी ने बताया कि इस वर्ष के प्रारंभ में काशी विश्व पंचांग के अनुसार काल युक्त नाम का संवत्सर रहेगा। चैत्र नवरात्र का शुभारंभ दिनांक 9 अप्रैल को होगा और कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः काल 6 बजे से प्रारंभ होकर 12 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। इस मध्य विशेष अभिजित मुहूर्त 11:35 बजे से 12:25 बजे तक मिल रहा है। इसके बाद सायं बेला 4:30 बजे से सूर्यास्त तक कलश स्थापना पूजन संकल्प विधि विधान से अमोघ पुण्य फल को देने वाला है। वासंतिक नवरात्र में मां दुर्गा का आगमन घोड़े के वाहन से हो रहा है। जिससे भारत वर्ष पर संकट के बादल मंडराते रहेंगे। परन्तु शासक वर्ग में परस्पर वार्तालाप संवाद और समभाव बना रहेगा। जन मानस के प्रति शासक वर्ग से जनता में असन्तोष व्याप्त रहेगा और महंगाई व बेरोज़गारी के कारण युवा वर्ग में असंतोष रहेगा।

उन्होंने यह भी बताया कि पक्ष के तीन मंगलवार अग्नि कांड की बड़ी घटनाएं करा सकते हैं। शेयर बाजार में उछाल आयेगी और व्यापार जगत चमकेगा। अरिष्ट शमन के लिए दुर्गा सप्तशती पाठ विधि विधान से करें। जिससे सब प्रकार से सफलता सुख समृद्धि और शांति बनी रहेगी।
उन्होंने आम जनता को विभिन्न रोगों से मुक्ति की विधि भी बताई। आज के दिन नीम के कोमल पत्तों को पीसकर चूर्ण बना कर लेने से आरोग्यता प्राप्त होगी।


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