आचार संहिता लागू होते ही प्रशासन आया हरकत में,खंबों समेत सार्वजनिक स्थानों पर लगी प्रचार सामग्री हटाई,बिना अनुमति झंडे, बैनर, पोस्टर, होर्डिंग लगाने वालों पर होगी कार्रवाई (उपजिलाधिकारी) नम्रता सिंह

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उन्नाव।आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होते ही तहसील बांगरमऊ प्रशासन द्वारा नगर पालिका, नगर पंचायतों में आनन फानन में खंबों समेत सार्वजनिक स्थानों पर लगी हुई प्रचार सामग्री को हटाते हुए तहस नहस किया जा रहा है।भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित करने पर शनिवार से ही तत्काल समूचे देश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। इसके बाद कुछ ही देर के भीतर तहसील प्रशासन बांगरमऊ पूरी तरह हरकत में आ गया। नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों से जुड़े कर्मचारियों की टीमों का गठन करते हुए उन्हें आनन फानन में रवाना कर दिया गया। उक्त टीमों के साथ स्वयं उपजिलाधिकारी नम्रता सिंह तहसीलदार साक्षी राय,नगर पालिका परिषद बांगरमऊ की अधिशासी अधिकारी मोनिका उमराव, नगर पंचायत गंजमुरादाबाद व फतेहपुर चौरासी के अधिशासी अधिकारी अरविंद सिंह सहित पुलिस विभाग व राजस्व विभाग के साथ ही भ्रमण कर बिजली और टेलीफोन के खंबों समेत सरकारी भवन एवं सार्वजनिक स्थलों पर सियासी पार्टियों से जुड़़े नेताओं द्वारा लगाई हुई प्रचार सामग्री को हटाकर तहस नहस करते हुए अपने कब्जे में कर लिया। आचार संहिता लागू होने के बाद अब परमीशन के बिना कोई भी प्रचार सामग्री लगाई जानी संभव नहीं हो सकेगी, परंतु अगर कोई इस संबंध में मनमानी करता है तो उसके विरुद्ध प्रशासनिक स्तर से संबंधित कार्रवाई की जाएगी। नगर पालिका परिषद बांगरमऊ और नगर पंचायत फतेहपुर चौरासी, गंजमुरादाबाद के अधिशासी अधिकारियों को उपजिलाधिकारी नम्रता सिंह नें निर्देश दिए हैं कि आचार संहिता लागू होने के कारण सार्वजनिक स्थानों पर लगी प्रचार सामग्री को पूर्ण रूप से हटवा दिया जाये। उन्होंने बताया कि अब बैनर, पोस्टर, होर्डिंग लगाने के साथ ही लाउड स्पीकर बजाने से लेकर जनसभा करने और वॉल पेंटिंग को भी परमीशन लिया जाना पूरी तरह जरूरी हो गया है। अगर कोई भी आचार संहिता का उल्लंघन करेगा तो उसके विरुद्ध संबंधित धाराओं में कार्रवाई कराई जाएगी।

तबादलों पर रोक लगने से अब अधिकारी कर्मचारी भी ले रहे राहत की सांस

लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित होते ही देश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने से सरकारी विभागों से जुड़े अधिकारी कर्मचारी भी राहत की सांस ले रहे हैं। क्योंकि आचार संहित हटने तक अब किसी दूसरी जगह ट्रांसफर पोस्टिंग होने का डर नहीं रहेगा। चुनावी कार्यक्रम घोषित होने को लेकर पिछले कई दिनों से लगातार कयासबाजी का दौर चल रहा था, जिसको लेकर क्षेत्र से जुड़े कई अधिकारी कर्मचारी दबी जुबान में जल्द से जल्द आचार संहिता लागू की मन्नत कर रहे थे। हालांकि अगर देखा जाए तो ट्रांसफर पोस्टिंग पर रोक लगने के बाद भी अधिकारी कर्मचारी आंख मूंदकर अपनी मनमानी नहीं चला पाएंगे, क्योंकि शिकायत होने पर निर्वाचन आयोग द्वारा जांच में सच्चाई सामने आने पर ऐसे अधिकारी कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाता है।

 


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