संदीप प्रजापति अमौली फतेहपुर। विकास खण्ड के ग्राम सभा बबई के महामहेश्वर धाम में शहीद पथ राम दुलारे तिवारी के स्मृति में श्री मदभागवत कथा के साथ धार्मिक आयोजन किया गया।जहाँ पंचदिवसीय रुद्रमहायज्ञ के चतुर्थ दिवस पर मुख्य यज्ञाचार्य कर्मकांड विशेषज्ञ एवं ज्योतिषाचार्य श्री श्याम सुंदर शुक्ला ने आचार्यों के साथ गौरी गणेश पूजन,कलश पूजन व सभी देवी देवताओं का आव्हान किया यज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में रामबाबू शुक्ल अपनी पत्नी सहित पूजन किया।आचार्य ने बताया कि वेद मंत्रोच्चार से सकारात्मक ऊर्जा विद्धमान होती है जिससे आमजन में विशेष ऊर्जा पहुँचती है।यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है,जन कल्याण के लिए अत्यन्त आवश्यक है। श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस आचार्य राघव जी महाराज ने मानसिक पूजा को सर्वश्रेष्ठ बताया।भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न विवाह जामवती विवाह,भद्रा विवाह,लक्ष्मणा विवाह आदि विवाह किया।ब्राह्मण के छःकर्म बताए पहला विद्या अध्ययन करना,दूसरा विद्या अध्ययन करवाना,तीसरा स्वयं यज्ञ करना, चौथा यज्ञ करवाना,पांचवा दान देना और छठवां दान लेना।श्रीकृष्ण- सुदामा चरित्र के भावुक वर्णन कर सुनकर भक्त भाव विभोर हुए।शनिवार को 21 बटुको का यज्ञोपवीत संस्कार श्री महामहेश्वर धाम बबई में किया गया।महेश शुक्ल पत्नी रानी देवी परीक्षित बन कथा श्रवण किया।इस मौके पर सियादुलारी,गीता,ओमप्रकाश तिवारी,पवन पाण्डेय,लखन सेंगर,मयंक द्विवेदी,अमित तिवारी,विकास सिंह,सूरजबली उमराव,अरुण तिवारी,शिवशंकर, रमई, जनार्दन प्रसाद,सहित क्षेत्रीय लोग उपस्थित रहे।