फतेहपुर ओवरलोड वाहन रात में रौंद रहे सड़कों का सीना खदान में पोकलैंड से खनन प्रशासन को क्यों नहीं दिख रहे गड्ढे

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प्रमुख संवाददाता अजहर उद्दीन खागा,फतेहपुर। लाल सोने का अंधेरे में काला कारोबार किया जा रहा है। प्रशासन को धता बताते हुए किशनपुर क्षेत्र के मौरंग खदान से रात में ओवरलोड ट्रक धड़ल्ले से निकल जा रहे हैं। ओवरलोडिंग के चलते तहसील क्षेत्र की सड़कें पूरी तरह से जर्जर हो गई हैं। नौबस्ता रोड इसकी एक नजीर है। खनन के चलते नौबस्ता रोड की धज्जियां उड़ गई हैं। ओवरलोड वाहनों की आवाजाही के चलते पहले से ही सवालों के घेरे में रही नौबस्ता रोड एक माह में ही पूरी तरह दुर्दशाग्रस्त हो गई। मौरंग कारोबारी ओवरलोडिंग रोकने के लिए प्रशासनिक निगरानी को अंगूठा दिखा रहे हैं। विडम्बना यह है कि कई थाना क्षेत्र में तहसील मुख्यालय से निकल रहे ओवरलोड ट्रैकों पर लगाम लगाने के लिए जिम्मेदार शख्ती से कम नहीं उठा रहे हैं। कभी कभार अभियान चला रहे ओवरलोड वाहनों को सीज कर चालान कर दिया जाता है। लेकिन कुछ दिनों बाद ही ओवरलोडिंग फिर शुरू हो जाती है। रात में मौरंग लदे वाहनों की ओवरलोडिंग को साफ देखा जा सकता है। बीते खनन सत्रों में ओवरलोडिंग को रोकने के लिए प्रशासनिक एवं खनन अफसर रात में छापेमारी कर वाहनों का चालान करते रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि मौरंग कारोबारी को तहसील स्तरीय जिम्मेदारों का भय नहीं है। यदि घाटों से ही ओवरलोडिंग रुक जाएगी तो सड़कों पर नहीं दिखेगी लेकिन घाट से ओवरलोडिंग रोकना लाख टके का सवाल है। गढीवा मझगांव खदान में रात में निकलने वाले ओवरलोड वाहन बिना रवन्ना के निकाले जा रहे हैं। जिससे राजस्व को काफी क्षति पहुंच रही है। वहीं बिना नंबर प्लेट के रोजाना कई गाड़ियां निकाली जा रही है लेकिन प्रशासन केवल खाना पूर्ति में लगा हुआ है।

खदान से निकलते ओवर लोड ट्रक।

पांच लाख का जुर्माना 50 लाख की कमाई
लोगों में चर्चा है कि नियमों का उल्लंघन कर मोरंग कारोबारी पहले लाखों रुपए कमा लेते हैं। उसके बाद इसका कुछ अंश बतौर जुर्माना भर देते हैं। कार्रवाई के बाद भी घाट संचालक मुनाफे में रहते हैं। यमुना में बड़ी-बडी बूम मशीनों से बड़े आकार के गड्ढे कर दिए गए हैं। जिससे यमुना का भौगोलिक स्तर बदलता जा रहा है।

रात में दौड़ती हैं लग्जरी गाड़ियां

मोरंग लगे ओवरलोड वाहनों के आगे पीछे लग्जरी गाड़ियों को भी देखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि इन गाड़ियों में बैठे लोग ट्रक चालकों को सेफ जोन तक पार कराते हैं। छापेमारी की स्थिति में भी सुरक्षित लोकेशन में पार्क कराकर चालान होने से बचाया जाता है। इसके लिए अच्छी खासी रकम वसूल की जाती है।

मोरंग खदानों से सड़क पर ओवरलोड वाहनों के खिलाफ संयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही की जा रही है। खदानों से ओवरलोडिंग पर अंकुश लगे इसे लेकर खदान संचालकों को कड़े निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी ओवरलोड वाहन सड़क से गुजर रहे हैं, तब और भी सख्ती बरती जाएगी- एसडीएम नंद प्रकाश मौर्य।


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