संवाददाता घाटमपुर कानपुर।अंबर पाल उर्फ रोहित पुत्र केदार मानसिक विक्षिप्त 32 ग्राम महरुनिया थाना संडीला जिला हरदोई 15 साल पहले अपने पड़ोस के गांव मलेहरा सहालग में वेटर के काम से आया था शादी बिदाई के बाद जब अम्बरपाल घर नहीं पहुंचा तो तो परिजनों खोज बीन शुरू की लेकिन अंबरपाल का पता नहीं चल सका अंबर पाल अपने चार भाइयों में सबसे छोटा था अंबरपाल के लिए परिजन सुबह से शाम तक उसके आने की राह निहारते रहते थे, अंबरपाल किसी तरह भटकर सजेती क्षेत्र के कोहरा गांव आ गया,जहां उसे खेत से लेकर घर के मवेशियों के साथ घर का सारा काम करना पड़ता था और खाने के नाम पर मठा रोटी दिया जाता और पहनने के लिए घर वालों के छोड़े फटे पुराने कपड़े दिए जाते थे किसी तरह 10 जनवरी को अंबरपाल कोहरा के पड़ोसी गांव अमौली निवासी जगन्नाथ के घर आ गया जिसकी जानकारी कोहरा वालों को हुई कोहरा वालों ने जगन्नाथ से अंबर पाल को ले जाने के लिए कहा लेकिन जगन्नाथ इस पर राजी नहीं हुए तो मामला सजेती थाना पहुंच गया सजेती पुलिस ने दो दिन अंबर पाल को थाने में रखकर उसके परिजनों तक पहुंचकर उनको थाने बुलाकर अंबरपाल से मुलाकात कराई पहली मुलाकात में अंबरपाल अपने पिता को पहचान नहीं पाया लेकिन कुछ देर बाद अंबरपाल पहचानकर अपने पिता केदार के लिपटकर रोने से लगा बिछड़ने के बाद एक साथ मिले पिता पुत्र दृश्य देख साथ में आए अंबरपाल के भाई किशनकुमार व ग्राम प्रधान महादेव प्रसाद थाने का स्टाफ सहित सभी भावुक हो गए, एस ओ सजेती राजेश कुमार ने अंबरपाल के पिता केदार के हाथ सौंप कर खुशी खुशी उनके घर के लिए रवाना किया!
सजेती पुलिस के सराहनीय सफल प्रयास से 15 साल से बिछड़े मानसिक विक्षिप्त युवक के परिजनों से मिलाकर सकुशल घर भेजने के लिए क्षेत्र में पुलिस की भूरि भूरि सराहना की जा रही है।